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CORONAVIRUS: स्वच्छता रखेगी और वायरस संक्रमण रोकेगी ये, 'कॉरोना किट'

coronavirus , COVID 19: नई दिल्ली। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी), वारंगल के एक बायोटेक ग्रेजुएट ने कोरोनाकिट नाम से एक ऐसा किट तैयार किया है, जो लोगों को स्वच्छ रखने और वायरस का संक्रमण रोकने में कारगर साबित हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह किट खासतौर से वायरस संक्रमण के संभावित स्थानों के लिए बेहद उपयोगी है। जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी के तहत आने वाली संस्था हमदर्द इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च की ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. रत्नप्रिया बताती है कि कोरोनाकिट एक ऐसा पर्सनल इक्विपमेंट किट है, जिसमें शामिल ग्यारह उपयोगी आइटम संकट की स्थिति में डॉक्टरों के लिए भी उपयोगी हो सकते हैं। एनआईटी वारंगल से बायोटेक्नोलोजी में ग्रेजुएट विकास कुमार ने यह कोरोनाकिट बनाया है। इस कोरोनाकिट के संबंध मे एनआईटी, वारंगल के सहायक प्रोफेसर डॉ. असीम विकास ने कहा है कि वर्तमान परिदृश्य में इस तरह के उत्पाद की जरूरत है जिससे लोगों को वायरस के संक्रमण से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव में कोरोनाकिट काफी उपयोगी साबित हो सकता है।

Coronavirus : कोविड- 19 रोगियों का इलाज मे काम आयेगी मलेरिया की दवा 

coronavirus COVID-19 नई दिल्ली| केंद्र सरकार ने 'हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वाइन' की बिक्री और वितरण को प्रतिबंधित कर दिया है, ताकि इससे सीओवीआईडी -19 रोगियों के इलाज और महामारी के कारण उत्पन्न होने वाली आपातकालीन जरूरतों को पूरा किया जा सके। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि यह आदेश "आधिकारिक राजपत्र में इसके प्रकाशन की तारीख से लागू होगा। आदेश में, सरकार ने घोषणा की है कि कें द्र सरकार "महामारी कोविड-19 के कारण उत्पन्न हुई आपातकालीन जरूरतों को पूरा करने के लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा आवश्यक है। ऐसे में मौजूदा हालात में इस दवा के वितरण और दुरुपयोग को रोकने के लिए, इसकी बिक्री को प्रतिबंधित करना आवश्यक है। किसी भी खुदरा व्यापारी द्वारा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन ड्रग की बिक्री ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स रूल्स, 1945 में अनुसूची एच1 में दी गई दवाओं की बिक्री की शर्तों के तहत होगी।" यह आदेश ऐसे समय में आया है जब कोरोनोवायरस ने देश में 16 लोगों की जिंदगी ले ली है और 600 से अधिक लोगों को संक्रमित किया है। इस दवा की बिक्री और वितरण पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा पहले सरकार द्वारा की गई थी, लेकिन बाद में गुरुवार को एक आधिकारिक राजपत्र पर अधिसूचना जारी की गई। इसमें संकेत दिया गया कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन, जो कि एक मलेरिया-रोधी दवा है, कोरोनावायरस संक्रमित रोगियों के इलाज के लिए एक दवा के रूप में काम करेगी। हाल ही में, इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) द्वारा गठित कोविड-19 के लिए राष्ट्रीय टास्क फोर्स ने निवारक दवा के रूप में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की सिफारिश की है।

Coronavirus से जुड़े ये जवाब करेगे सारे सवाल हल, नहीं रहेगा कोई डाउट

नई दिल्ली. कोरोना वायरस से जुड़े दुनिया भर में लाखों मामले तेजी से दर्ज किए जा रहे हैं। भारत में कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या 700 तक पहुंच गई है। अब तक इस ख़तरनाक वायरस की वजह से 16 भारतीयों की मौत हो चुकी है। इन दिनों अपने देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ने तहलका मचा रखा है। इस वायरस को लेकर हर किसी के मन में डर की स्थिति बनी हुई है। ऐसी स्थिति में जरूरी है कि आपको इसके बारे में सबकुछ पता हो। इस वायरस का स्त्रोत क्या है, ये कैसे फैलता है, इससे बचाव कैसे किया जा सकता है, भारत सरकार इससे बचाव के लिए क्या कदम उठा रही है? इन सभी सवालों के जवाब आपको पता होने चाहिए। दूसरी ओर कोरोना वायरस से संक्रमण और बचाव के तरीकों को लेकर लोगों के मन में अभी भी ढेरों सवाल हैं। आइए जानते है इसके उत्तर.. क्या जिंजर हनी लेमन टी, कोविद -19 से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा बढ़ाने में मदद करती है? यदि आप भी अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहते हैं तो अपने दैनिक जीवन लेमन टी का प्रयोग करना चाहिए। जुकाम और इससे होने वाली अन्य समस्याओं का प्रभावी इलाज है नींबू की चाय। लेमन टी सर्दी और इस दौरान आने वाली बुखार के लक्षणों को कम करने में मददगार होती है। सर्दी और जुकाम होने पर नींबू की चाय में अदरक को मिलाकर पी सकते हैं। गले में खराश होने और खांसी में भी नींबू की चाय हमें राहत पहुंचाती है। इस दौरान 3 से 4 दिनों तक रोजाना 3 कप नींबू की चाय का सेवन किया जा सकता है। लेमन टी ठंड के दौरान शरीर को गर्म रखती है। इसलिए बेहतर है कि हमें नींबू की चाय पीते रहना चाहिए। क्या खांसते व छींकते समय हर वक्त मुंह ढंकना जरूरी है अगर आप को कोरोना नहीं है तब भी खांसते या छींकते समय अपना मुंह जरूर ढंके। इसके लिए आप टिश्यू या रुमाल का उपयोग कर सकते हैं। बेहतर होगा टिश्यू का उपयोग करे ताकि उसे बदल सकें। टिश्यू को ऐसी जगह नष्ट करें जहां से कोई और संक्रमित न हो। इसके साथ ही आप को यह भी ध्यान रखना है कि आप अपने हाथों को साबुन या 60 फीसदी एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से साफ करें। बार-बार नाक या मुंह पर हाथ न ले जाएं। क्या घर में किसी के साथ भी निजी सामान शेयर नहीं करना चाहिए अगर आपको कोरोना के संक्रमण की आशंका है या आप उससे पीड़ित हैं तो अपने बर्तन, ग्लास, कप, खाने के सामान, कपड़े, तौलिये, बिस्तर आदि घर में मौजूद दूसरे लोगों के साथ शेयर न करें। इससे उन्हें भी संक्रमण का खतरा हो सकता है। जब आप इन चीजों का उपयोग करें तब इन्हें अच्छे से साफ करें। लकड़ी-कांच पर कितने दिनों तक जिंदा रहता है Coronavirus? कोरोना वायरस 20 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर 2 दिनों तक जिंदा रह सकता है। लकड़ी और कांच पर 4 दिनों तक मेटल यानी धातु की वस्तुओं पर 5 दिनों तक जबकि प्लास्टिक और चीनी-मिट्टी पर भी 5 दिनों तक जिंदा रह सकता है। अगर कमरे का तापमान ठंडा है तो कोरोना वायरस किसी प्लास्टिक की सतह पर 9 दिनों तक रह सकता है। जबकि एल्यूमीनियम पर 2 घंटे, लेटेक्स पर करीब 8 घंटे तक इसका असर रहता है। क्या पैसों, बालों और कपड़ों में से फैल सकता है Coronavirus? शोधकर्ता के मुताबिक, पैसों, बालों और कपड़ों जैसी हवा पास होने वाली चीजों पर वायरस लंबे समय कर जीवित नहीं रह सकता क्योंकि ऐसी चीजों में रिक्त स्थान या छेद सूक्ष्म जीव को फंसा सकते हैं और इसे प्रसारित होने से रोक सकते हैं। जबकि दूसरे शोध के मुताबिक, कोरोना एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है।

कमजोर इम्यूनिटी के हैं ये लक्षण, मजबूती के लिए अपनाएं ये टिप्स

Immunity Health In Hindi: बदलते मौसम में या सामान्य तौर पर बार-बार किसी न किसी तरह के संक्रमण या एलर्जी की चपेट में आना रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने का संकेत है। इम्यूनिटी आपके शरीर में मौजूद विषैले पदार्थो से लड़ने की क्षमता होती है। शरीर के आसपास बहुत सारे बैक्टीरिया और वायरस मौजूद होते हैं, जो आपको कई तरह की बीमारियों से ग्रसित कर देते हैं। इन बीमारियों से दूर रहने के लिए इम्यूनिटी सिस्टम का मजबूत होना जरूरी है। अगर आपकी इम्यूनिटी मजबूत है, तो आप न केवल बदलते मौसम में होने वाली सर्दी, खांसी जैसी समस्या से बचे रहते हैं, बल्कि इसकी वजह से आप हेपेटाइटिस, फेफड़े के संक्रमण, किडनी के संक्रमण जैसी गंभीर बीमारियों से भी बचे रहते हैं। आइए जानते हैं कमजाेर इम्यूनिटी के लक्षण और इसे दुरुस्त रखने के टिप्स के बारे में:- कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता के लक्षण 1. मौसम बदलने के साथ सर्दी-जुकाम हो जाना। 2. हर समय सुस्ती-सी महसूस होना। 3. बीमार होने पर जल्दी ठीक न हो पाना। 4. थोड़ा काम करने पर भी थक जाना। ऐसे बढ़ाए रोग प्रतिरोधक क्षमता हेल्दी लाइफस्टाइल फाॅलाे करें अपनी लाइफस्टाइल और खानपान में थोड़ा बदलाव कर आप खुद को स्वस्थ रखने के साथ-साथ अपनी इम्यूनिटी को भी सुधार सकते हैं। नियमित व्यायाम और खानपान में सजगता बरतने के अलावा अपने आहार में उन चीजों को शामिल करना भी जरूरी है, जो आपके शरीर को पोषण प्रदान करने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली हों। इसके लिए आप किसी डाइटीशियन से सलाह भी ले सकते हैं। नाश्ते पर जाेर दें सुबह के नाश्ते की अनदेखी करना बहुत सारे लोगों की आदत होती है। इससे न केवल ऐसे लोगों की सेहत खराब होती है, बल्कि इसका असर उनकी इम्यूनिटी पर भी पड़ता है। अगर आप अपनी इम्यूनिटी को सुधारना चाहते हैं, तो चाहे आप कितनी भी जल्दी में क्यों न हों, सुबह का नाश्ता जरूर करें। सुबह के नाश्ता प्रोटीन से भरपूर होना चाहिए। इसके लिए आप उबले अंडे, मौसमी ताजे फल, दलिया, नट्स, अंकुरित अनाज के साथ जूस या लस्सी लें सकते हैं। जब आपके दिन की शुरुआत सही नाश्ते से होती है, तो इससे आपके शरीर और दिमाग दोनों को पोषण मिलने के साथ आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। माेटापा रखें दूर मोटापा कई बीमारियों को जन्म देता है। इसकी वजह से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम होने लगती है। मोटापे की वजह से सफेद कोशिकाएं बनने में दिक्कत होती है। जब शरीर में सफेद कोशिकाएं कम होने लगती हैं, तो प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। एक्टिव रहें मजबूत इम्यूनिटी के लिए एक्टिव रहना बहुत जरूरी है। शारीरिक निष्क्रियता आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी प्रभावित करती है। इससे बचने के लिए नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। जब आप व्यायाम करते हैं, तो आपका स्टेमिना बढ़ता है। आप जो एनर्जी लेते हैं, वो पच जाने से आपकी पाचन क्षमता मजबूत होती है। इसके लिए आप अपने व्यायाम में योग और मेडिटेशन के साथ सैर को भी शामिल करें। अच्छी नींद है जरूरी सेहतमंद रहने के लिए भरपूर नींद लेना बहुत जरूरी है। विशेषज्ञों के अनुसार सेहतमंद रहने के लिए आठ घंटे की गहरी नींद जरूरी है। नींद पूरी नहीं होने की वजह से कई तरह की मानसिक और शारीरिक समस्याएं पैदा हो जाती हैं। अगर आप खुद को स्वस्थ रखने के साथ अपनी इम्यूनिटी को सुधारना चाहते हैं, तो इसके लिए यह बेहद जरूरी है कि आप खुद को अनावश्यक तनाव से दूर रखें और गहरी नींद सोएं। नशे से परहेज करें नशे से दूरी सेहतमंद रहने का मंत्र है। अगर नशे के आदी है तो जल्द से जल्द इसे छोड़ दें। क्योंकि ये आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को दोगुने स्तर पर खराब करती है।

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